दमा एवं श्वास रोगों का उपचार

दमा एवं श्वास रोगों का उपचार

दमा एवं श्वास रोगों का उपचार

हम भौतिक युग मे जी रहे है जहां शहरों में फैक्ट्रीयो का धुआं ओर गाड़िया तथा मोटरसाइकिल का धुआं हवा को प्रदूषित कर रहा है। ये हमारे फेफड़े के रोगों का मुख्य कारण है।

फेफड़े के कमजोर होने से मनुष्य को श्वास की तकलीफ ओर दमे जैसी बीमारियों से जूझना पड़ता है। लगातार फेफड़े खराब रहने पर टी बी जैसी जानलेवा बीमारी हो जाती है।हर मनुष्य को फेफड़े के प्रति सजग रहना चाहिए। कई बार श्वास की बीमारी के कारण हृदय रोग भी हो जाता है जिसको कार्डियक अस्थमा कहते है। जहां तक संभव हो अनुलोम विलोम प्राणायाम करना चाहिए और यदि लगता हो कि श्वास रोग है फ़ौरन उपचार करना चाहिए।

हमने कुछ जड़ी बूटियों के योग से कारगर दवा का पता किया ये दवा पोन चमच सुबह नाश्ते के बाद शहद में मिलाकर ओर रात को सोते वक्त उसी तरह सहद में मिलाकर ले रात को सोते वक्त मोजा पहने। अचार ओर केले का सेवन न करे। रोगी को अप्रत्याशित लाभ होता है।

नीचे लिखे जड़ी बूटियों के योग से आप फेफड़े की बीमारी से निजात पा सकते है वही दूसरी ओर बाजारू दवाइयां ओर स्टेरॉयड से मुक्ति पा सकते है।

घटक: कंटकारी,अडूसा,भारंगी,सोमलता,हल्दी,तुलसी,अमृतसत्व,सौंठ,यष्टिमधु,अजवाइन,जुफा

इन सभी द्रव्यों को बाजार से पंसारी की दुकान से ले आये फिर मिक्सी में पीसकर मिक्स महीन पाउडर बना ले फिर ऊपर लिखे अनुसार प्रयोग में लावे।

यदि आपको ये जड़ी बूटियां लेकर बनाने में तकलीफ होती है तो आप हमारे dr राज कुमार कोचर से सलाह ले सकते है और साथ ही तैयार दवा मंगा सकते है।

मोबाइल नंबर +91-9352950999